Prem Mandir Vrindavan; janmashtami 2024; हैलो दोस्तों, मैं आपकी होस्ट पूजा आज आपके साथ Prem Mandir Vrindavan (प्रेम मंदिर, वृंदावन) के बारे मे बात करूँगी। अगर आप भी है कृष्णा के दीवाने तो आप बिल्कुल सही जगह पर है। आज हम बात करेंगे हमारे प्यारे “वृंदावन” की। जी हाँ, वृंदावन!
वृंदावन का नाम सुनते ही हम सबके मन में भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं की झलक आने लगती है। और अगर आपको किसी एक स्थान पर इन सभी लीलाओं का संपूर्ण एवं जीवंत अनुभव करना हो, तो आप बेझिझक आजाइए Prem Mandir Vrindavan (प्रेम मंदिर, वृंदावन) में।
प्रेम मंदिर; यह मंदिर न केवल अपनी भव्यता और अद्वितीय शिल्पकला के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहाँ की दिव्यता और आध्यात्मिकता भी इसे खास बनाती है। आइए, इस लेख के माध्यम से हम जानें प्रेम मंदिर के हर उस पहलू को, जो इसे एक अद्वितीय धरोहर बनाता है।
अगर आप प्रेम मंदिर का फुल वीडियो देखना चाहते है तो नीचे प्रेम मंदिर पर क्लिक करे।
Prem Mandir Vrindavan founder|कब और किसने बनबाया??
प्रेम मंदिर का निर्माण जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज द्वारा करवाया गया था। यह मंदिर 54 एकड़ की भूमि पर निर्मित है उन्होंने 2001 में इस मंदिर की नींव रखी, और इसे बनने में लगभग 11 साल का समय लगा। 2012 में यह मंदिर पूर्ण रूप से बनकर तैयार हुआ। प्रेम मंदिर भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी के प्रेम को समर्पित है, और इसे भक्ति और प्रेम के प्रतीक के रूप में स्थापित किया गया है।
राधा रानी और श्री कृष्ण की प्रेम कहानी, जो पत्थरों में गढ़ी गई
प्रेम मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं है, इस मंदिर का मुख्य उद्देश्य भक्तों को भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी के प्रेम का अनुभव कराना और सम्पूर्ण मानव जाति को प्रेम का संदेश देना है। यहां आकर एक पल के लिए ही सही पर मनुष्य को इस संसारिक जीवन से दूर, भक्ति के उस भाव में डुबो देता है जो हर आत्मा को शांति और सुकून प्रदान करता है।
“प्रेम मंदिर सिर्फ पत्थरों का निर्माण नहीं, यह प्रेम का अद्भुत महल है, जहां का हर पत्थर हमारे श्रीकृष्ण और राधा रानी के प्रेम की गाथा सुनाता है।”
क्या है खास Prem Mandir Vrindavan की वास्तुकला में?
प्रेम मंदिर की वास्तुकला आपको सीधे दक्षिण भारत के मंदिरों की याद दिलाती है। पूरे मंदिर को 30,000 इटैलियन संगमरमर से बनाया गया है, जो इसे और भी भव्य बनाता है। मंदिर की दीवारों पर भगवान कृष्ण की विभिन्न लीलाओं का चित्रण किया गया है। चाहे गोवर्धन पर्वत को उठाना हो, या फिर रासलीला; चाहे कालिया नाग का मर्दन हो, या फिर गाइयों को चराना – हर एक दृश्य आपके हृदय में श्रीकृष्ण की प्रेम मय छवि उकेर देता है। यहाँ आकर आप हमारे श्री कृष्ण के प्रेम मे मंत्रमुग्ध हो जाओगे।
देखिए किस तरह यहाँ की “हर नक्काशी, हर मूर्ति, और हर कोना – प्रेम मंदिर में प्रेम की गहराई को बयाँ करता है।”
मंदिर के अंदर का वातावरण इतना शांत और दिव्य है कि यहां कदम रखते ही मन को शांति मिलती है। श्रीकृष्ण और राधारानी की सुंदर मूर्तियों के दर्शन करते ही आपके मन में प्रेम और भक्ति की भावना जागृत होती है। मंदिर के अंदर का हर कोना एक नई कहानी कहता है, एक नई अनुभूति प्रदान करता है। मंदिर के गलियारे भी विस्तृत और सुंदर हैं, जहां चलते हुए आप अपनी सभी चिंताओं को भूल जाएंगे। और कृष्ण के प्यार मे खो जाएंगे।
रात्रि का दृश्य: Prem Mandir Vrindavan light and sound show
अगर आप प्रेम मंदिर की सच्ची भव्यता देखना चाहते हैं, तो इसे रात में अवश्य देखें। मंदिर को रात में रंग-बिरंगे लाइट्स से सजाया जाता है, और यह दृश्य किसी सपने से कम नहीं लगता। जब रोशनी में मंदिर का संगमरमर चमकता है, तो लगता है कि पूरा मंदिर किसी जादुई दुनिया का हिस्सा है। रात के समय होने वाले संगीत और लाइट शो को देखकर आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। यह शो भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं को दर्शाता है और आपको आध्यात्मिक अनुभव में डुबो देता है। इसे म्यूज़िकल एण्ड डिजिटल फाउन्टन भी कहते है।
Timing of light & sound show
Summers
Winters
7:30 to 8:00 1 April to 30 September
7:00 to 7:30 1 October to 31 March
Timing of musical and digital fountain. also known as light and sound show at Prem Mandir.
क्या है प्रेम मंदिर में विशेष?
गोवर्धन लीला – मंदिर के बाहरी परिसर में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने का दृश्य नक्काशी के रूप में दिखाया गया है, जो भक्तों के लिए प्रमुख आकर्षण का केंद्र है।
रासलीला – मंदिर के परिसर में श्रीकृष्ण की रासलीला को इतने अद्भुत तरीके से उकेरा गया है कि देखने वाले भक्त भक्ति में लीन हो जाते हैं।
ध्यान और शांति – मंदिर में एक शांत और दिव्य स्थान है, जहां बैठकर ध्यान लगाना और भगवान की भक्ति में खो जाना एक अद्वितीय अनुभव होता है।
प्रेम मंदिर के प्रमुख कार्यक्रम
प्रेम मंदिर में नियमित रूप से विशेष कार्यक्रमों का आयोजन होता है। जन्माष्टमी, राधाष्टमी और अन्य धार्मिक त्योहारों पर यहां का माहौल देखने लायक होता है। भक्तों की भीड़, भजन-कीर्तन और विशेष पूजा-अर्चना आपको आध्यात्मिक दुनिया में ले जाती है। यहाँ आने वाले भक्तों को भगवान के प्रति अपनी भक्ति को और गहरा करने का अवसर मिलता है।
“त्योहारों के समय प्रेम मंदिर में आकर ऐसा लगता है जैसे पूरा ब्रजमंडल आपके सामने जीवंत हो उठा हो।”
Prem Mandir Vrindavan कैसे पहुंचें?
प्रेम मंदिर वृंदावन में स्थित है, जो मथुरा से करीब 10 किलोमीटर दूर है। मथुरा रेलवे स्टेशन से आप आसानी बाय ऑटो या फिर सिटी बस से प्रेम मंदिर तक पहुंच सकते हैं। अगर आप सिटी बस से जाते है तो 30 रुपया देकर आप वृंदावन मे 100 फूटा नामक स्थान पर उतर कर 10-15 रुपया मे प्रेम मंदिर पहुँच सकते है। दिल्ली और आगरा से भी वृंदावन तक की दूरी बहुत कम है, और यहाँ तक पहुंचने के लिए नियमित बसें और टैक्सी उपलब्ध हैं। नेयरिएस्ट एयरपोर्ट आगरा में है।
प्रेम मंदिर सुबह 8 :30 बजे से 12:00 बजे तक एवं सायं 4:30 से रात 8:30 बजे तक खुला रहता है।
मंदिर की यात्रा के लिए सुबह और शाम का समय सबसे अच्छा होता है। सुबह के समय यहाँ की शांति और साफ़ हवा आपको एक नई ऊर्जा से भर देती है, जबकि शाम के समय मंदिर की रौशनी और लाइट शो इसे देखने के लिए और भी खास बना देते हैं।
अगर आप जन्माष्टमी या राधाष्टमी के समय Prem Mandir Vrindavanआते हैं, तो मंदिर में होने वाले विशेष आयोजनों का अनुभव लेना न भूले।
नजदीकी आकर्षण
अगर आप प्रेम मंदिर आ रहे हैं, तो वृंदावन और मथुरा के अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों की भी यात्रा कर सकते हैं। यहाँ के प्रसिद्ध मंदिर जैसे बाँके बिहारी मंदिर, इस्कॉन मंदिर, द्वारकाधीश मंदिर और मथुरा का जन्मस्थान मंदिर आपकी यात्रा को और भी खास बना देंगे।
“जब आप वृंदावन आएं, तो प्रेम मंदिर के साथ-साथ मथुरा के अन्य धार्मिक स्थलों की यात्रा करना न भूलें, क्योंकि यहाँ का हर कोना राधे कृष्ण की भक्ति से सराबोर है।” यहाँ तो सब कुछ राधे राधे है ।
यह थी प्रेम मंदिर की एक अद्भुत यात्रा। उम्मीद है कि आपको हमारा यह व्लॉग पसंद आया होगा। अगर आप भी प्रेम मंदिर की यात्रा करने का सोच रहे हैं, तो देर किस बात की? तुरंत अपनी यात्रा की योजना बनाएं और भगवान के प्रेम में डूबने का आनंद लें!
क्योंकि “प्रेम मंदिर का हर पत्थर प्रेम की गाथा सुनाता है, हर दीवार भक्ति की महिमा गाती है, और हर कोना आपको भगवान श्री कृष्ण और हम सबकी प्यारी राधा रानी के करीब ले जाता है।”
FAQs
Q. 1 Founder of Prem Mandir Vrindavan? / प्रेम मंदिर किसने बनवाया?
A. u003cstrongu003eजगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराजu003c/strongu003e
Q. 2 Prem Mandir Vrindavan/ प्रेम मंदिर कितनी जगह मे बना है?
A. 54 एकड़ भूमि में।
Q. 3 Prem Mandir Vrindavan timing क्या है?
A. Morning – 8:30 to 12:00 u003cbru003e Evening – 4:30 to 8:30
Q. 4 prem mandir Vrindavan light and sound show Timing क्या है?
A. Summers -7:30 to 8:00 (1 April to 30 September)u003cbru003e Winters – 7:00 to 7:30 (1 October to 31 March)
Q. 5 Prem Mandir Vrindavan ticket price क्या है?
A. निशुल्क (no charge)
Q. 6Prem Mandir Vrindavan closing time क्या है?
A. दोपहर 12 बजे और सायं 8:30
Q. 7 prem mandir kahan hai?
A. मथुरा से 10 km दूर वृंदावन मे (उत्तरप्रदेश)
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